अगर आप किसी कीड़े-मकोड़े (Insect) को गलती से घायल कर देते हैं और वह ऐसी अवस्था में है कि उसका मरना लगभग तय है तो आपको क्या करना चाहिए? क्या उसे मार देना चाहिए जिससे कि उसे घायल अवस्था में देर तक कष्ट न झेलना पड़े. या फिर उसे छोड़ देना चाहिए क्योंकि जान-बूझकर किसी जीव को मारना सही नहीं है चाहे उसके जिन्दा रहने की संभावना कितनी भी कम क्यों न हो? यह प्रश्न अक्सर हमारे सामने आता है और इसका उत्तर देना इतना आसान नहीं है. ऐसे प्रश्न मनोविज्ञान, नैतिकता, धर्म और विज्ञान जैसे कई विषयों से जुड़े होते हैं और इनका कोई एक सही उतर देना मुश्किल होता है. पर जब यही प्रश्न किसी ने जिज्ञासावश Quora पर पूछा तो यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के पीएचडी स्कॉलर और कीट वैज्ञानिक Matan Shelomi ने बड़ा ही दिलचस्प उत्तर दिया. प्रश्न था कि
If you injure an insect, should you kill it or let it live?
और Matan Shelomi का उत्तर यह था:
ऐसा लगता है कि दार्शनिकों और आस्तिकों ने पर्याप्त तर्क दे दिया है. जहाँ तक कीट विशेषज्ञों (entomologists) की राय का सवाल है तो मैं आपको बताना चाहूंगा कि इन्सेक्ट्स में मनुष्यों और जानवरों जैसे vertebrates की तरह दर्द को महसूस करने वाले अंग (receptors) होते ही नहीं हैं. इसलिए उन्हें दर्द महसूस ही नहीं होता. हाँ उन्हें यह अनुभव हो सकता है कि वो घायल हैं और उन्हें थोड़ी irritation भी महसूस हो सकती है. लेकिन फिर भी यह कहना गलत होगा कि कीड़े-मकोड़े घायल होने के कारण कष्ट/दुःख महसूस करेंगे क्योंकि उनमें इमोशंस होते ही नहीं. अगर आप किसी कीड़े को बुरी तरह घायल कर देते हैं तो वह जल्दी ही मर जाएगा क्योंकि वह अपने शिकारियों से भागने की स्थिति में नहीं होगा या फिर इन्फेक्शन या भूख से उसकी जान चली जायेगी. कुल मिलाकर जख्म या विकलांगता कीड़े के लिए कोई टॉर्चर या भयंकर दर्द भरा अनुभव नहीं बल्कि सिर्फ एक ‘असुविधा’ की तरह होगा. इसलिए उसे उसके ‘कष्ट’ से मुक्ति दिलाने की कोई जरुरत तो नहीं ही है साथ ही उस कीड़े का अब इस संसार में जीने का कोई अर्थ भी नहीं है. अगर वह प्रजनन नहीं कर सकता तो उसके जीने का कोई और मतलब ही नहीं है.
दूसरे शब्दों में, मैंने आपके प्रश्न का उत्तर दिया ही नहीं क्योंकि अगर वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें तो आप कीड़े को मार दें या जिन्दा रहने दें इससे न तो कीड़े को कोई फर्क पड़ता है न ही दुनिया को. लेकिन आप अगर व्यक्तिगत रूप से मुझसे पूछें तो मैं कीड़े को और ज्यादा नुक्सान नहीं पहुँचाना चाहूंगा. क्योंकि – 1. हो सकता है चोट ज्यादा न हो और वह ठीक हो जाए. 2. कई धर्मों में जीवों को मारना पाप माना जाता है. तो जान बूझकर किसी को मारने की क्या जरुरत है? और 3. इससे बेकार में जूते गंदे होंगे.
आप मूल उत्तर को अंग्रेजी में नीचे पढ़ सकते हैं.
Please Leave your Comment