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टर्किश लैंगुएज सेल्फ स्टडी – तुर्की भाषा अल्फाबेट

August 20, 2012 By Satish Chandra Satyarthi 6 Comments

जेएनयू में कोरियन लैंगुएज से बीए करते हुए टर्किश/तुर्की भाषा का ऑप्शनल कोर्स लिया था. दो सेमेस्टर तक पढ़ा था, हफ्ते में एक क्लास; मतलब कुल मिलाकर 30-35 क्लासेज. किसी भाषा को सीखने के लिए 30-35 क्लासेज बहुत ज्यादा नहीं हैं और फिर जो तुर्की से टीचर आये थे उनकी अंग्रेजी माशाअल्लाह थी. तो एक तो क्लास में सही से कम्यूनिकेशन नहीं हो पता था और फिर उनका भाषा पढ़ाने का तरीका भी कुछ ज्यादा अच्छा नहीं था. और ऊपर से क्लास के अधिकाँश स्टुडेंट्स ऑप्शनल कोर्स को सीरियसली लेते नहीं थे. शुरू की कुछ क्लासेज जेएनयू के टर्किश लैंगुएज के टीचर मि. गॉस खान ने ली थीं. वे काफी अच्छा समझाते थे और काफी हेल्पफुल भी थे पर स्टुडेंट्स में मोटिवेशन की कमी की वजह से वे भी बहुत ज्यादा नहीं कर पाते थे. तो कुल मिलकर वो तुर्की भाषा का कोर्स राम भरोसे टाइप ही था. पर ये भाषा मुझे थोड़ी सही लगी और सीखने में सरल भी तो मैंने अपने स्तर पर थोड़ी-बहुत मेहनत की थी. बेसिक ग्रामर ठीक-ठाक समझ आ गया था और हलके-फुल्के  सेन्टेन्स और फ्रेजेज बोलने समझने लगा था. पर कोर्स खत्म होने के बाद एक बार भी रिविजन नहीं कर पाया और सब भूल गया. ठीक यही हाल मेरी जापानीज लैंगुएज के साथ हुआ था. हमेशा सोचता रहा कि इन दोनों भाषाओं को थोड़ा ठीक से सीखूंगा पर ये हमेशा प्लैन ही रहा.

अभी दो-चार दिन पहले टर्किश और जापानीज की किताबें इकठ्ठा की हैं और सोच रहा हूँ कि इनपर थोड़ा समय दिया जाये. कम से कम भाषा पर बेसिक पकड़ तो हो जाये. कल शुरूआत टर्किश से की. पता चला लगभग सब कुछ भूल चुका था. लेकिन जब पढ़ना शुरू किया तो भूली हुई चीजें धीरे-धीरे याद भी आने लगी. सोच रहा हूँ रोज जो भी सीखता हूँ उसे एक सीक्वेंस में ब्लॉग पर डालता जाऊं. एक रिकॉर्ड में रहेगा आगे कभी देखना हुआ तो. प्रोनन्सिएशन और इंटोनेशन वगैरह के लिए रेगुलर कन्वर्सेशन और ग्रामर वगैरह का ऑडियो या वीडियो भी बनाना सही रहेगा. खैर वो सब बाद में सोचा जायेगा. फिलहाल कल जो पढ़ा है उसको लिख लिया जाए.

टर्किश लैंगुएज सेल्फ स्टडी – पहला दिन

पहले दिन टर्किश अल्फाबेट देखा. कई सारे लेटर्स का प्रोनन्सिएशन भूल गया था. जैसा कि नीचे के चार्ट में आप देख सकते हैं टर्किश अल्फाबेट में कुल 29 लेटर्स हैं जिनमें से अधिकांश अंग्रेजी जैसे ही हैं. अंग्रेजी के कुछ लेटर्स टर्किश में नहीं आते जैसे- Q, W और X और कुछ नए लेटर्स आते हैं जो कि अंग्रेजी में नहीं है जैसे- ç, ğ, ı, ö, ş, और ü. टर्किश के 29 लेटर्स में से 8 स्वर (Vowels) हैं और 21 व्यंजन (Consonants).

 Turkish Alphabet

तुर्की भाषा उच्चारण चार्ट (Turkish Language Pronunciation Chart)

Turkısh Letter

Englısh Sound

Hındı Sound

A

Aa

आ

B

Be

बे

C

Je

जे

Ç

Che

चे

D

De

दे

E

E

ए

F

Fe

फ़े

G

Ge

गे

Ğ

Yumuşak ge (No Sound)

युमुशक गे (कोई साउंड नहीं)

H

He

हे

I

No equıvalent ın Englısh (Check Vıdeo)

हिन्दी में ऐसा कोई साउंड नहीं (सुनने के लिए वीडियो देखें)

İ

I/Ee

इ/ई

J

Je (slıghtly dıfferent from C; check video)

जे (C से थोड़ा अलग, सुनने के लिए वीडियो देखें)

K

Ke

के/खे

L

Le

ले

M

Me

में

N

Ne

ने

O

O

ओ

Ö

No equıvalent ın Englısh (Check Vıdeo)

हिन्दी में ऐसा कोई साउंड नहीं (सुनने के लिए वीडियो देखें)

R

Re

रे

S

Se

से

Ş

She

शे

T

Te

ते

U

U, Oo

उ/ऊ

Ü

No equıvalent ın Englısh (Check Vıdeo)

हिन्दी में ऐसा कोई साउंड नहीं (सुनने के लिए वीडियो देखें)

V

Ve, We

वे

Y

Ye

ये

Z

Ze

ज़े

ये चार्ट मैंने खुद तैयार किया और अभी प्रोनुन्सिएशन के लिए खुद से ऑडियो या वीडियो भी रिकॉर्ड करना है पर फिलहाल के लिए यूटयूब से एक वीडियो जिसमें टर्किश अल्फाबेट का सही उच्चारण बताया गया है.

एक और वीडियो है जिसमें एक लड़की टर्किश का प्रोनन्सिएशन बता रही है. लिप मूवमेंट देखकर उच्चारण को बेहतर समझा जा सकता है.

 

Filed Under: हिन्दी Tagged With: Learn Turkish, Turkish Alphabet

About Satish Chandra Satyarthi

I am Satish - a professional blogger and language educator. You can connect with me on Facebook, Twitter or Google+

Comments

  1. Shah Nawaz says

    August 21, 2012 at 4:05 PM

    सतीश भाई, हमें तो तुर्की और टर्किश दोनों ही बहुत पसंद है… एक बार परिवार के साथ जाने का अवसर प्राप्त हुआ है, तभी से वहां की यादे दिल में बसी हुई हैं…

    ईद की ढेरों मुबारकबाद क़ुबूल फरमाइए!

    Reply
    • Satish says

      August 21, 2012 at 11:35 PM

      आप लकी हैं शहनवाज़ भाई… 🙂
      आपको भी ईद की ढेर सारी बधाइयाँ…

      Reply
  2. prabodhkumar govil says

    August 25, 2012 at 4:08 PM

    Aapke blog par aakar yah to jana ki aap udti chidiya ke par ginne ki kabiliyat rakhte hain.Aapne30-35classes ke baad sikhaane ka zazbaa bhi haasil kar liya,yah badi baat hai.

    Reply
    • Satish says

      August 25, 2012 at 8:21 PM

      प्रबोध जी.. टिप्पणी का शुक्रिया.. यह सिखाने के लिए नहीं है खुद अपने सीखने के लिए है 😉

      Reply
  3. ZEAL says

    August 27, 2012 at 1:32 AM

    I always enjoy reading your technical posts…thanks.

    Reply
    • Satish says

      August 28, 2012 at 2:53 AM

      And I always get a boost from your encouraging words, ma’am…
      Thank you so much…

      Reply

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