जेएनयू दही आंदोलन

by Dr. Satish Chandra Satyarthi  - September 6, 2012

 

जेएनयू मेस दही आंदोलन
जेएनयू मेस

जेएनयू मेस अर्जेन्ट नोटिस:- भयंकर गर्मी और चूहे द्वारा फ्रिज का तार काट दिए जाने की वजह से दूध खराब हो गया है. इसलिए आज लंच में दही नहीं दिया जा सकेगा. असुविधा के लिए क्षमा करें. गाली न दें – गरीब और लाचार मेस मैनेजर

प्रतिक्रिया:-

एबीवीपी (बीजेपी की स्टुडेंट्स बौडी) येल्लो साला… इस देश में अब दही खाना भी दुर्लभ है. इन चोर कॉंग्रेसियों और कंगले कम्यूनिस्टों के राज में यही होगा. दही खाके दोपहर में कितना अच्छा नींद आता था. साला मूड अपसेटिया दिया.
एन एस यू आई (कौंग्रेस की स्टुडेंट्स बौडी) शुरू से कहते थे कि एन एस यू आई को वोट दो तो डीप फ्रीजर लगवा देंगे और लंच में मदर डेयरी का दही भी देंगे. वैसे भी राहुल गाँधी जी कहते हैं कि देश के युवाओं को खूब दही खिलाओ.. वही दही नहीं खायेंगे तो देश का विकास कैसे होगा?
आइसा, एसएफआई और कम्यूनिस्ट संगठन इसके पीछे मनुवादियों पूंजीवादियों और ब्राह्मणवादी जेएनयू प्रशासन का हाथ है. वे नहीं चाहते कि पिछड़ों, दलितों और माइनोरिटीज को दही मिले. सिंगूर से लेकर नंदीग्राम और कालाहांडी से लेकर गाजा पट्टी तक इसी तरह छात्र, किसानों, मजदूरों पर अत्याचार हो रहा है. दही बांटने में आरक्षण लागू करो..
आम (चिरकुट) छात्र मेस सेक्रेटरी कौन है रे?? मार साला को..

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जेएनयू चिरकुट टाइम्स ब्रेकिंग न्यूज - 1

Dr. Satish Chandra Satyarthi

Dr. Satish Satyarthi is the Founder of CEO of LKI School of Korean Language. He is also the founder of many other renowned websites like TOPIK GUIDE and Annyeong India. He has been associated with many corporate companies, government organizations and universities as a Korean language and linguistics expert. You can connect with him on Facebook, Twitter or Google+

  • हमारी प्रतिक्रिया आम छात्र की है लेकिन यह कहते हुये -जरा बचा के कहीं ज्यादा न लगे। 🙂

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