
ये हैं आमिर.. कोरियन नाम – जुन हाक [ 이준학 ] . उम्र 17 साल. सियोल के बाहर एक छोटे से गाँव में इनका घर है. हाई स्कूल के छात्र हैं. इंडियन स्टैण्डर्ड से दसवीं क्लास के. आमिर के गाँव के पास इंडस्ट्रियल एरिया है जहाँ पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल जैसे देशों से आये काम करने वाले लोग बहुत रहते हैं. इन देशों के लोग मिलने पर कॉमन लैंगुएज के रूप में हिन्दी/उर्दू का प्रयोग करते हैं. इन वर्कर्स से मिलकर आमिर की हिन्दी में रूचि हुई और तीन साल पहले, यानि जब ये सातवीं कक्षा में थे, इन्होने खुद से हिन्दी सीखना शुरू किया. कोरिया में प्रकाशित हिन्दी की कुल दसों किताबें खरीदीं और लगभग रट लीं. साथ ही इन्होने उर्दू स्क्रिप्ट भी सीखना शुरू किया. आज इनकी हिन्दी और उर्दू सुनकर आप दंग रह जायेंगे. धाराप्रवाह हिन्दी-उर्दू बोलते पढ़ते और लिखते हैं. मैं कोरिया में बहुत हिन्दी पढ़ने वालों से मिला हूँ. कई तो ऐसे थे जो हिन्दी मेजर से बैचलर और मास्टर डिग्री धारी थे. पर इतनी बेहतरीन हिन्दी बोलने वाला अब तक एक भी नहीं मिला. आमिर भविष्य में यूनिवर्सिटी में हिन्दी पढना चाहते हैं और भारत जाना चाहते हैं.
कुछ दिन पहले आमिर ने मेरे ब्लॉग देखकर मुझे फोन किया था और इनकी हिन्दी सुनकर मैं बहुत प्रभावित हुआ. पिछले सप्ताह मैंने इनको अपने घर बुलाया. काफी देर बात की और इनका एक ऑडियो इंटरव्यू भी लिया. तो ये लीजिये ये रहा नीचे इनका इंटरव्यू.
कुछ दिन पहले आमिर ने मेरे ब्लॉग देखकर मुझे फोन किया था और इनकी हिन्दी सुनकर मैं बहुत प्रभावित हुआ. पिछले सप्ताह मैंने इनको अपने घर बुलाया. काफी देर बात की और इनका एक ऑडियो इंटरव्यू भी लिया. तो ये लीजिये ये रहा नीचे इनका इंटरव्यू.
मैंने आमिर को सलाह दी है कि वे हिन्दी में भी अपना एक ब्लॉग बनाएं और उनको इसके बारे में सारी तकनीकी जानकारी भी दी है. शायद ये आगे आपसे हिन्दी ब्लौगिंग की दुनिया में भी मिलें. आमिर के बेहतर भविष्य के लिए मेरी शुभकामनाएं.
बहुत खूब! इसी बहाने ब्लॉग लेखक की आवाज भी सुन ली। आमिर को हमारे ब्लॉग का लिंक दे दो 🙂
अच्छी प्रविष्टि है सतीश जी !
आमिर..: जुन हाक का इंटरव्यू नहीं सुन पाया …
लिंक पर लिखा आता है –
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